भारत सबसे तेज भाला फेकने वाले नीरज चोपड़ा ने बनाना विश्व रिकॉर्ड -जानिए
सूबेदार नीरज चोपड़ा ने जिस चैंपियनशिप में भाला फेंका है, वहां पर ही रिकार्ड बनाया है। और वर्ष 2016 में अपनी पहली जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में 86.48 मीटर भाला फेंक कर इन्होने रिकार्ड बनाने के साथ इसकी शुरुआत भी की थी।
फिर कॉमनवेल्थ गेम्स-2018, एशियन चैंपियनशिप-2018, टोक्यो ओलंपिक-2020 में रिकार्ड बनाने के साथ ही अब वो वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2022 में पदक जीतने वाले ये पहले भारतीय पुरुष एथलीट भी बन गए हैं।
पहली वर्ल्ड चैंपियनशिप में किया रिकार्ड नाम
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2022 में नीरज चोपड़ा ने चौथे राउंड में 88.13 मीटर भाला फेंक कर रजत पदक अपने नाम भी किया था। भारत ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अब 19 साल बाद कोई पदक जीता है।
और इससे पहले 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज ने भारतीय पदक दिलाया था। और अब अमेरिका के यूजीन में इन्होने ने एकबार फिर इतिहास रच दिया है।
जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप की रिकार्ड तालिका के शिखर पर
जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप-2016 की रिकार्ड तालिका में आज शिखर पर नीरज चोपड़ा विराजमान हैं, और इस चैंपियनशिप में उनका रिकार्ड कायम है। अंडर-20 की इस चैंपियनशिप में 86.48 मीटर भाला फेंक नीरज आज बहुत सुर्खियों में आए है।और इसमें स्वर्ण पदक जीतने के बाद इन्होने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वाहक भी रहे थे।
पहली वर्ल्ड चैंपियनशिप में किया रिकार्ड नाम
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2022 में नीरज चोपड़ा ने चौथे राउंड में 88.13 मीटर भाला फेंक कर रजत पदक अपने नाम भी किया था। भारत ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अब 19 साल बाद कोई पदक जीता है।और इससे पहले 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज ने भारतीय पदक दिलाया था। और अब अमेरिका के यूजीन में इन्होने ने एकबार फिर इतिहास रच दिया है।
जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप की रिकार्ड तालिका के शिखर पर
जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप-2016 की रिकार्ड तालिका में आज शिखर पर नीरज चोपड़ा विराजमान हैं, और इस चैंपियनशिप में उनका रिकार्ड कायम है। अंडर-20 की इस चैंपियनशिप में 86.48 मीटर भाला फेंक नीरज आज बहुत सुर्खियों में आए है।और इसमें स्वर्ण पदक जीतने के बाद इन्होने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वाहक भी रहे थे।
ओलंपिक में भारत को एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण भी दिलाया
टोक्यो ओलंपिक में इन्होने ने देश को एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक भी दिलाया। और इसके साथ ही एथलेटिक्स में भारत को किसी मेडल का 121 साल का इंतजार खत्म भी हुआ था।और जेवलिन थ्रोअर इन्होने ने फाइनल में 87.58 मीटर के थ्रो कर स्वर्ण पदक अपने नाम भी किया था।
हर खिलाड़ी का दिन होता ही है
इन्होने ने बोला कि हर खिलाड़ी का दिन होता ही है।और ये एंडरसन पीटर्स का दिन भी था। और अगले वर्ष वर्ल्ड चैंपियनशिप और ओलंपिक-2024 में देश के लिए स्वर्ण जीतने का भी मेरा प्रयास रहेगा।
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