बसंत पंचमी पर सरस्वती माँ पूजा क्यों की जाती है

हिन्दू पंचांग के मुताबिक बसंत पंचमी का त्योहार हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष के पांचवे दिन मनाया जाता है। इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की आराधना की जाती है। ये त्योहार भारत के आलावा बांग्लादेश और नेपाल में भी बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग पीले रंग … Read more

जीवन की नाव

एक संत थे। उनके कई शिष्य उनके आश्रम में रहकर अध्ययन करते थे। एक दिन एक महिला उनके पास रोती हुए आई और बोली, ‘बाबा, मैं लाख प्रयासों के बाद भी अपना मकान नहीं बना पा रही हूं। मेरे रहने का कोई निश्चित ठिकाना नहीं है। मैं बहुत अशांत और दु:खी हूं। कृपया मेरे मन … Read more

लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक

बाल गंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई 1856 को रत्नागिरी (महाराष्ट्र) में हुआ था। उन्हें वीरों की कहानियां सुनने का बहुत शौक था। वे अपने दादा से कहानियां सुना करते थे। नाना साहब, तात्या टोपे, झांसी की रानी आदि गाथांए सुनकर बाल गंगाधर की भुजाएं फडक़ उठती थीं। उनके पिता गंगाधर पंत का स्थानांतरण पूना … Read more

स्वामी विवेकानंद की प्रेरक जीवनी | Swami Vivekananda In Hindi

पूरा नाम   – नरेंद्रनाथ विश्वनाथ दत्त. जन्म           – 12 जनवरी 1863. जन्मस्थान – कलकत्ता (पं. बंगाल) पिता           – विश्वनाथ दत्त. माता          – भुवनेश्वरी देवी. शिक्षा         – 1884 मे बी. ए. परीक्षा उत्तीर्ण. विवाह        – विवाह नहीं हुवा. ब्राम्हो समाज का … Read more

चाणक्य के सर्वश्रेष्ठ प्रेरक सुविचार Chanakya Quotes In Hindi

अर्थशास्त्र और नीतिशाश्त्र (चाणक्य नीति) के रचयिता चाणक्य का जन्म ईसापूर्व से 350 साल पहले हुआ था.चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे. इनको ‘कौटिल्य‘ के नाम से भी जाना जाता है.इन्होने नंदवंश का नाश करके चन्द्रगुप्त मौर्य को राजा बनाया.मौर्य साम्राज्य की स्थापना में इनका परम योगदान था .चाणक्य राजसी ठाट-बाट से दूर एक छोटी … Read more

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जीवन परिचय

डॉ. अबुल पाकीर जैनुलाब्दिन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम, तमिलनाडू के एक गरीब नाविक जैनुलाब्दिन माराकयर के यहां हुआ था। दुनिया कि किसी भी महान व्यक्ति की आत्मकथा को जब आप पढ़ते हैं, तो उसमें बचपन की गरीबी और संघर्ष हर कहानी में आम होते हैं। यही संघर्ष और गरीबी डॉ. … Read more

आज के दौर में गांधी की कितनी ज़रूरत ?

गांधीजी के साथ जो होना था वह 30 जनवरी, 1948 की शाम को ही हो चुका है. इसलिए हमें गांधीजी की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. हमें अपने लिए गांधीजी की चिंता करने की ज़रूरत है और हमें उनकी विरासत में दिलचस्पी लेनी चाहिए. गांधीजी ने हम लोगों के सामने कुछ आदर्श विचार रखे … Read more

इन्टरनेट का विद्यार्थी जीवन पर प्रभाव

कंप्यूटर को हिंदी में संगणक कहते हैं I तो जब तक यह सिर्फ कंप्यूटर भर था तब तक बातें बहुत थी पर इतनी न थी Iलेकिन जबसे इन्टरनेट आया तो ऐसा लगा जैसे लोगों के विछारों ने भावनाओं ने पुरे विश्व में  छलांग लगा ली I पूरा विश्व सिमट कर एक बॉक्स में बंद हो … Read more

Rahim Ke Dohe In Hindi रहीम के दोहे

एकै साधे सब सधै, सब साधे सब जाय। रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अगाय॥ देनहार कोउ और है, भेजत सो दिन रैन। लोग भरम हम पै धरैं, याते नीचे नैन॥ अब रहीम मुसकिल परी, गाढ़े दोऊ काम। सांचे से तो जग नहीं, झूठे मिलैं न राम॥ गरज आपनी आप सों रहिमन कहीं न जाया। जैसे … Read more

Bihari Ke Dohe in Hindi बिहारी के दोहे हिंदी में

हिंदी साहित्य के रीति काल के कवियों में बिहारी का नाम महत्वपूर्ण है। जीवन परिचय हिंदी के महानकवि बिहारी जन्म १९०३ के लगभग ग्वालियर में हुआ था .उनके पिता का नाम केशवराय था .बिहारीलाल जी जाति से माथुर चौबे थे . उनका बचपन बुंदेलखंड में और उनकी युवा अवस्था मथुरा में व्यतीत हुआ .जिसे निम्न दोहे … Read more