कर्म पथ

कर्म पथ के मार्ग में चलना ही होगा पथिक बनकर राह को चुनना ही होगा ठहराव केवल शब्द है आता नहीं है कर्म पथ के राहगीरों को ये भाता  नहीं है बिघ्न – बाधाए  अगर पथ रोक ले तो मन की निराशाए अगर पथ रोक ले तो प्रकृति की एक सीख  लेता तू चला चल … Read more

Hindi Kavita

Hindi Kavita हिन्दी कविता आज आज के सन्दर्भ एक कमरा था  जिसमें मैं रहता था माँ-बाप के संग घर बड़ा था इसलिए इस कमी को पूरा करने के लिए मेहमान बुला लेते थे हम! फिर विकास का फैलाव आया विकास उस कमरे में नहीं समा पाया जो चादर पूरे परिवार के लिए बड़ी पड़ती थी उस चादर से बड़े हो गए हमारे … Read more